यहां उन्होंने विजेथुआ धाम में माथा टेका, इसके बाद दोपहर 2.45 बजे शाहगंज योगीनाथ तिराहे पहुंचे। इस तरह पूरी यात्रा में 22 जगह उनका ठहराव हुआ। धनंजय सिंह को अपहरण व रंगदारी मामले में सात साल की सजा हुई है। इसी मामले में प्रयागराज हाइकोर्ट ने बीते शनिवार को धनंजय को जमानत दी।
इसके बाद सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए धनंजय को बुधवार को बरेली के केंद्रीय कारागार से रिहा किया गया। धनंजय रिहा होते ही सबसे पहले कैंची धाम पहुंचे। नीम करौरी धाम में मत्था टेकने के बाद वो सड़क मार्ग से सीधा लखनऊ आए और जौनपुर के लिए आगे बढ़े। माला-फूल पहना कर लोगों ने उनका स्वागत हुआ।
इस बीच, धनंजय गाड़ी से नीचे नहीं उतरे और काफिला आगे बढ़ गया। धनंजय सिंह जौनपुर के कालीकुत्ती स्थित अपने आवास पर पहुंचने के बाद चर्चा के मुताबिक वो अपनी पत्नी श्रीकला सिंह जो जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा की प्रत्याशी हैं, उनके साथ प्रचार शुरू करेंगे।